What are the benefits of doing SEWA?
I wrote the following poem with the intention to encourage more and more people to start doing SEVA...
सेवा-सेवा जपते रहे, सेवा हुई न कोय ।
जब आया मौका सेवा का, तब आगे आया न कोय ।।
सेवा से हम है भागते, देके कारण हज़ार ।
क्यों ये सेवा जरूरी है, आओ करे विचार ।।
सेवा मारती अहम् को, भागे अन्दर का डर ।
सेवा लाती शांति को, न छोड़ो कोई अवसर ।।
सेवा गहना है अमीरों का, जो करे मिले सो फल ।
सेवा कोई एहसान नहीं, ये लाये खुद में बल ।।
सेवा बढ़ाये योग्यता, जब देखो नर में राम ।
सेवा बढ़ाये सुख-सम्पदा, न देना इसे विराम ।।
दास रुपेश सदा कहे, सेवा नहीं कोई व्यापार ।
ये तो कृपा है गुरु की, नत्मस्तक ग्रहण करू बारम्बार ।।
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