Wednesday 10 February 2016

What are the benefits of doing SEWA?

I wrote the following poem with the intention to encourage more and more people to start doing SEVA...



सेवा-सेवा जपते रहे, सेवा हुई न कोय ।

जब आया मौका सेवा का, तब आगे आया न कोय ।।     

          

सेवा से हम है भागते, देके कारण हज़ार ।

क्यों ये सेवा जरूरी है, आओ करे विचार ।।                    


सेवा मारती अहम् को, भागे अन्दर का डर ।

सेवा लाती शांति को, न छोड़ो कोई अवसर ।।                        


सेवा गहना है अमीरों का, जो करे मिले सो फल ।

सेवा कोई एहसान नहीं, ये लाये खुद में बल ।।                        


सेवा बढ़ाये योग्यता, जब देखो नर में राम ।

सेवा बढ़ाये सुख-सम्पदा, न देना इसे विराम ।।                       


दास रुपेश सदा कहे, सेवा नहीं कोई व्यापार ।

ये तो कृपा है गुरु की, नत्मस्तक ग्रहण करू बारम्बार ।। 



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